Nation Speaks

Ab Bolega Hindustan

डिनोटिफाइड संस्थानों पर नेता प्रतिपक्ष ने सरकार पर बोला हमला

1 min read

Jairam Thakur

https://www.facebook.com/nationspeaksabbolegahindustan/videos/745167543984190

सुक्खू सरकार के सत्ता में आते ही डिनोटिफाइड संस्थानों के फैसले को लेकर विपक्ष ने पहले ही सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। प्रदेश में हर विधानसभा क्षेत्र में हस्ताक्षर अभियान के माध्यम से विरोध जताया जा रहा है। वहीं नेता प्रतिपक्ष ने भी इस मामले को लेकर मुख्यमंत्री से फोन पर बात कर विस्तृत चर्चा भी की है। नेता प्रतिपक्ष ने अब सरकार को संस्थानों को बन्द करने की स्थान पर कार्य करने को कहा है।

नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर का कहना है कि अब सरकार को काम करना शुरू करना चाहिए, चले कामों को बंद करने का काम इस सरकार को अब बंद करना चाहिए। उन्होंने कहा कि मैंने आज स्वयं टेलीफोन से मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से बात करी है और उनसे जिस प्रकार से पूरे प्रदेश भर में कांग्रेस सरकारी संस्थान बंद कर रही हैं इसके बारे में विस्तृत रूप से चर्चा भी की, आज हिमाचल प्रदेश में 20 कॉलेजों को बंद कर दिया गया है यह निराशाजनक है। इसमें मेरी क्षेत्र का छतरी कॉलेज भी है,  इस कॉलेज का भवन निर्माण हो चुका है, शिलान्यास भी कर दिया गया है, बजट का प्रावधान भी पूर्ण है , एएनडीएस का काम पूरा हो चुका है और जमीन भी दे दी गई है। यह कॉलेज 1 साल से चल रहा था और इसमें 60 बच्चे पढ़ भी रहे थे तब भी संस्था को बंद कर दिया यह गलत है।

वहीं उन्होंने कहा कि मैने मुख्यमंत्री से आग्रह किया है कि अपने निर्णय का रिव्यु करें और मैं आशा करता हूं कि जल्द ही यह सरकार ऐसे लिए गए निर्णयों का रिव्यु करेगी। पर जनता में इन जनविरोधी निर्णय का बहुत रोष है , यह सभी कार्यालय जनता की मांग पर खोले गए थे और जनता की भावनाओं का अनादर करना ठीक नहीं है। अगर जनता को लगता है कि यह निर्णय गलत है तो लोग अपना रास्ता खुद ढूंढ लेंगे और कोर्ट भी जाएंगे यह निश्चित है, पूरे प्रदेश में हर विधानसभा में निराशा और अनड्रेस्ड का माहौल है।

वहीं नेता प्रतिपक्ष ने तीसरे दिन कैबिनेट आयोजन को लेकर कहा कि पहले 3 महीने में एक कैबिनेट हुआ करती थी अब हर दूसरे दिन कैबिनेट हुआ करती है। पर मैं आशा करता हूं कि कैबिनेट में जनता को परेशान करने वाले निर्णय नहीं लिए जाएंगे, जनहित के कार्यों पर इन कैबिनेट के फैसले का ध्यान केंद्रित होना चाहिए।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *