शिमला में करुणामूलक आश्रितों की क्रमिक अनशन का एक साल पुरा
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शिमला में मांगो को लेकर क्रमिक अनशन पर बैठे करुणामूलक आश्रितों को एक साल हो गया है। पिछले एक साल से शिमला कालीबाड़ी के समीप रेन शेल्टर में आश्रित अनशन पर बैठे है। लेकिन प्रदेश सरकार की ओर से इन आश्रितों की कोई सुध नही ली गई। एक साल पूरा होने पर करुणामूलक आश्रितों ने शुक्रवार को शिमला शेरे पंजाब से उपायुक्त कार्यालय तक आक्रोश रैली निकाली और सरकार को 13 अगस्त तक आश्रितों की मांगे पूरी करने का अल्टीमेटम दिया है यदि मांगे पूरी नही होती है तो विधानसभा के बाहर परिवार के साथ उग्र प्रदर्शन करने का एलान किया गया।
करुणामूलक आश्रित संघ के अध्यक्ष अजय कुमार ने कहा कि आज क्रमिक भूख हड़ताल में बैठे हुए एक साल पुरा हो गया है आश्रित एक साल से कड़ाके की ठंड बरसात में अपने हक के लिए लड़ाई लड़ रहे है। लेकिन सरकार उनकी मांगों पर ध्यान नही दे रही है। संघ समस्त विभाग, बोर्ड, निगम व यूनिवर्सिटी में लंबित पड़े क्लास-सी के करुणामूलक आधार पर दी जाने वाली नौकरियों के मामलों छठे वेतन आयोग में छूूट देकर सात मार्च, 2019 की पॉलिसी में आ रहे हैं, उनको वन टाइम सेटलमेंट के तहत सभी को एक साथ नियुक्तियां देने और पॉलिसी में संशोधन करके 62500 एक सदस्य सालाना शर्त को हटाने की मांग कर रहा है| इसको लेकर कई बार ज्ञापन भी सौंपे गए लेकिन सरकार उनकी मांगों को नही मान रही है। एक साल पूरा होने पर आक्रोश रैली निकाली गई है और सरकार विधानसभा मानसून सत्र से पहले कोई फैसला नही लेती है तो उग्र आंदोलन करने की धमकी दी है।